Thursday, July 26, 2012

The Truth of Recent Assam (Kokrajhar) Riots, असम (कोकराझार) दंगो का फ़िलहाल सच...




असम (कोकराझार) दंगो का फ़िलहाल सच, The Truth of Recent Assam (Kokrajhar) Riots.
सूत्रों : दहाडो हिन्दुओ  | फेस बुक  | 25-07-2012 :: आजादी के बाद कांग्रेस सरकार के प्रंधानमंत्री नेहरु की कश्मीर नीति की विफलता और मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण देश को कश्मीर समस्या का एक जख्म मिला , जो आज नासूर बन गया है , कश्मीर मे पाकिस्तानी झंडा फहराया जाता है , कहने को तो कश्मीर भारत का हिस्सा है लेकिन श्रीनगर के लाल चौक पर भारत सरकार की इतनी हिम्मत नही है कि वंहा तिंरगा फहरा सके । हजारो कश्मीर पडितो का कत्लेआम हुआ , स्थानीय निवासी अपने ही राज्य में आज भी शरणार्थी बने हुये है । पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते है लेकिन बहरी जम्मू कश्मीर और केन्द्र की काग्रेस सरकार को ये सुनाई नही देते ।
लेकिन उससे सबक ना लेते हुये कांग्रेस सरकार ने इस देश के लिये एक और ' कश्मीर तैयार कर दिया है , असम मे हालात खराब है , बाग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियो मे संगठित होकर स्थानीय निवासियो को कत्ले आम शुरु कर दिया है , अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 (सरकारी आकड़े) हकिकत हजारो मे है ।
। हिंसा राज्य के 11 जिलों के करीब 500 गांवों में पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में अब तक 2लाख लोग घर छोड़कर भाग चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों की शरण ले चुके हैं,
बोडो लोगों की रिहायश वाले राज्य के आठ जिलों में तनाव का माहौल है। हालात से निपटने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र से अर्द्धसैनिक बलों की 50 और कंपनियां मांगी हैं।
आठ जिलो मे कर्फ़्यू लगा है देखते ही गो्ली मारने के आदेश जारी कर दिये है ।
पूरे हिंदुस्तान का संपर्क इस समय वहाँ से टूटा हुआ है.
कल रात राजधानी एक्सप्रेस पर हमला हुआ । करीब 37ट्रेन रद्द है और 30हजार यात्री असम मे भूखे प्यासे फंसे हुये है

इन हालातो के जिम्मेदार कौन ?
=================
जिम्मेदार है बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिये जिन्हे काग्रेस सरकार ने मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति पर चलते हुये राजनैतिक संरक्षण दिया ।

वर्षो से अवैध बांग्लादेशियों को इस देश मे शरण दी जाती रही है और एक अध्ययन और BBC की रिपोर्ट के अनुसार ,
अब तक 3करोड़ बाग्लादेशी अवैध रुप से भारत मे रहते है .
इन्हे कभी देश से नही निकाला गया क्योकि ये काग्रेसी वोटर है , खुद काग्रेसियो ने इनके फर्जी वोटर कार्ड बनवाये
इस विडियो को देखे की कैसे पकड़े गये बाग्लादेशियों ने फर्जी नागरिकता दस्तावेज बनवाये।
ये महिला कबूल कर रही है कि ये काग्रेसी वोटर है और बाग्लादेशी है http://www.youtube.com/watch?v=yprBKTOgnkI

असम के सोनारिपारा मे पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया दिया है
देखे विडियो http://www.youtube.com/watch?v=0oI-PjQkXx4

कहां है इस देश का मीडिया ? सरकार ? वो सब राष्ट्रपति की ताजपोशी मे लगे है ।
इस का आम आदमी ऐसे ही मरता रहा है और आगे भी मरता रहेगा । आज असम मे कत्ले आम हो रहा है कल हमारी बारी है , आप सोते रहो… कर भी क्या सकते हो , इंसानी लाशो का तमाशा देखने के सिवा ।

जब रोम जल रहा तब नीरो बंसी बजा रहा था ..ये बात तो हुई पुरानी .. आज का आधुनिक नीरो भारत में है .नाम है मनमोहन सिंह ..पद प्रधानमंत्री भारत सरकार ... काबिलियत .. संसद के पिछले दरबाजे ( राज्यसभा ) से निर्वाचित जिसको भारत की जनता ने नहीं चुना ,,, उनको आसाम की एक राज्य सभा सीट के जरिये भारत पर खडाऊ शासन के लिये नियुक्ति मिली है ... फिलहाल मुद्दा ये है की प्रधानमंत्री जिस आसाम के पते से निवाचित हुए है और बही आसाम पिछले एक महीने से भीषण बाढ़ की चपेट में है ..आसाम के कई हिस्सो का संपर्क भारत से कट चुका है ,,,इसी वीच कोढ़ में खाज जैसी स्थिति तब पैदा हुई जब कांग्रेस के स्थायी वोट बैक ie बंगलादेश से आये मुस्लिम घुसपैठियों ने बड़ी संख्या में स्थानीय निबासियो का कत्लेआम करना शुरू कर दिया .. ये बही आसाम है जहा पर अक्सर सीमा पर भारतीय सुरक्षाबलों की मुस्लिम घुसपैठियों द्वारा घेर कर हत्याए की जा चूकी है .............सूचना मिली थी की राष्ट्रपति चुनाव की गतिविधियों में से कुछ घंटो का समय निकाल कर भारत के दोनों प्रधानमंत्रियों ने ( घोषित + अघोषित ) आसाम का हवाई सर्वेक्षण करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है ,,, आसाम के हालत इस समय इतने खराब है की उस पर विदेशी मीडिया भी चिंता प्रकट कर रहा है ,,लेकिन भारत के नीरो मनमोहन एंड कम्पनी की बात तो छोडिये खुद को लोकतंत्र का चौथा खंभा कहने का दम भरने बाला मीडिया भी सन्नाटा मारे है .........!!!
http://www.bbc.co.uk/news/world-asia-india-18964870
-
मित्रो आसाम मे बांग्लादेशियो का हौसला इतना कैसे बढ गया कि वहाँ उन्होने नापाकिस्तान का झण्डा फहरा दिया???मैं बताता हुँ-कुछ साल पहले महज वोटो के लिये यूपीए -१ के एक मँत्री रामविलास पासवान का ये बयान आया-"बांग्लादेशीयो को भारत का नागरिक बनादिया जाये,उन्हे मत का अधिकार दिया जाये और उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाये।अल्पसंख्यको के हितो का संरक्षण किया जाये।"जब भडुवे मँत्रीयो के ये बयान होंगे तो भारत मे इसी तरह कश्मीर पे कश्मीर बनते जायेंगे!!
इसीलिये जागो और देश बचाओ

आसाम में एक कमी रह गयी थी वो भी अब पूरी हो गयी हे ..................

बहुत बहुत बधाई हो इस देश के सेकुलर और धर्मनिरपेक्ष लोगो को , जो अब भी भाई- भाई का नारा देते है ,

जिहादी मुल्लो ने जिन बोडो हिन्दू आदिवासी इलाक को आतंक और मार काट से खाली करवाया था अब वंहा पाकिस्तानी झंडा लहरा दिया हे !!

सरे आम तथाकथित धर्म निरपेक्ष सविंधान और कानून व्यवस्था का बलात्कार किया जा रहा हे !!
http://www.youtube.com/watch?v=1B60_gPf0Ro


आसाम मे कई जगह मुसलमानों ने पाकिस्तान का झंडा फहरा दिया है | ये देखिये टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट |

अब कहाँ छुपा है भोदू युवराज ? भठ्ठा परसौल मे नौटकी करता था , अब कोकराझार मे जाकर कब नौटंकी करेगा ?

मित्रों, सिर्फ दो टके के वोट के लिए नीच कांग्रेस ने इस देश को आज बर्बाद कर दिया है ..

पहले कश्मीर, फिर केरल और अब आसाम ...

जागो हिन्दुओ जागो .. अब जाति पाती से उपर उठकर सम्पूर्ण हिन्दुत्व के बारे मे सोचो |

गुजरात के पटेल मित्रो, किसी भी बापा के बहकावे मे आने से पहले एक बार आसाम के बारे मे जरूर सोच लेना |

एक जमाने मे असाम मे हिंदू कई जाति और जनजातियो मे बटी थी , जैसे गारो, खासी, जयंतिया, बोडो, मारवाड़ी, बिहारी प्रवासी, आदि ..

लेकिन आज सब एक होकर बंगलादेशी मुसलमानों का मुकाबला कर रहे है

खबर आसाम से है असम में बंगलादेशी घुसपैठियों ने बोडो जाती के हिन्दुओं को मार कर भगा दिया है और असम में लगा दिया है पाकिस्तान झंडा l
कांग्रेस ने वोटों के लालच में इन बंगला देसी मुल्लो को शरण दी और कांग्रेस का साथ और समर्थन पा कर ही आज ये अपनी औकात भुला बैठे है l

कांग्रेसियों की इस हरकत को देश कर मुझे एक बहुत पुराणी कहानी याद आ रही है l बहुत पहले एक रजा हुआ करते थे जैचंद उन्होंने प्रथ्विराज चौहान को हराने के लिए मुल्लों का साथ दिया उम्मीद थी की हम इसी तरह राज़ करते रहेंगे हुआ उल्टा ही मुल्लो से हाँथ मिलाया मुल्लो ने पीठ पर वार किया न सत्ता बची न जान l

कुछ ऐसा होता आज भी नज़र आ रहा है सत्ता के लिए मनमोहन सरकार इनका साथ तो दे रही है पर कहीं न कहीं अपने पतन की और बढ़ रही है l

पर याद रहे दोस्तों जैचंद की उस एक गलती ने हमे सालों तक गुलामी की जंजीरों में लपेट दिया था अब हम ऐसा नहीं होने देने और उसके लिए जरुरत है खड़े होकर आवाज उठाने की l किसी के भरोसे मत रहो कोइ
कुछ नहीं करगा जो करना आपको खुद ही करना होगा कश्मीर में
जब हिन्दू मर रहा था तो कोइ नहीं गया ना आज आसाम में कोइ जा रहा है l

दोस्तों कोइ भगवा पहन कर सर पर काली टोपी लगाने वाला संत कभी संत नहीं हो सकता कोइ मुल्लों के आगे हाँथ फ़ैलाने वाला किसी हिन्दू के लिए लड़ने नहीं आएगा l

मित्रों हिन्दुत्व की कीमत पर हमे कोइ नीला पीला और काला धन नहीं चाहिए l नहीं चाहिए कोइ लोकपाल और जोक्पाल हिन्दुत्व की कीमत पर l

अगर अपना घर अपना परिवार बचाना है तो उठ खड़े हो जाओ और अपने अन्दर के हिन्दुत्व को जगाओ या फिर सेकुलर बन अपनी बारी का इंतजार करो हो सकता है आप बच भी जाओ पर आपकी आगली पीढ़ी कभी नहीं बच पायेगी l

जय महाकाल

अगर असम में हिंदुओं के नरसंहार को आप टीवी चैनलों पर नहीं देख पा रहें हैं तो उसके पीछे कुछ खास वजहें हैं। राजदीप सरदेसाई के अनुसार जब तक 1000 हिंदू नहीं मरते, तब तक वो कोई खबर ही नहीं है। बेचारे को गुजरात के दंगों से बड़ा सदमा पंहुचा हुआ लगता है या फिर मुँह में इतने पैसे ठूंस दिए गए हैं कि सच नहीं निकाल पा रहा है।

अगर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ऐसा होता है तो मैं थूकता हूँ ऐसी मीडिया के दलालों पर....जीने लिए दंगे तो केवल 'गुजरात' में होते हैं और दंगा पीड़ित केवल मुसलमान होते हैं। 
आ......क थू......


Know details from: 

Islamic demon is out from secular bottle. Islamic insurgency in Assam enlarged the communal riot. Hindus must protect themselves. Oust Bangladeshi Muslims from India.

Assam riots: Toll reaches 19; fresh clashes on.

Assam: Shoot-at-sight order issued in Kokrajhar..

Centre rushes 1,400 paramilitary personnel to Assam…

Assam riots: Hundreds of villages burned, toll rises to 26….

Assam violence: Riots reach Bengal border, death toll 32…..

Ethnic riots in Kokrajhar, nothing learnt. Assam communal riots claim 40…..

Sunday, July 15, 2012

Secular and Muslims: What do they want actually? सेकुलर और मुसलमान क्या चाहते हैं ?



सेकुलर और मुसलमान क्या चाहते हैं ? 

सत्‍यवादी
प्रस्‍तुति: डॉ0 संतोष राय

सेकुलर शब्द विदेश से आयातित और सबसे अधिक भ्रामिक शब्द है .इसलिए भारत की किसी भी भाषा में "सेकुलर " के लिए कोई समानार्थी और पर्यायवाची अर्थ नहीं मिलता है .लेकिन कुछ चालाक लोगों ने हिंदी में " सेकुलर " का अर्थ " धर्मनिरपेक्ष " शब्द गढ़ दिया था .यदपि इस शब्द का उल्लेख न तो किसी भी धर्म के ग्रन्थ में मिलता है और न ही इसकी कोई परिभाषा कहीं मिलती है .और फिर जब " सेकुलर "शब्द का विपरीत शब्द " सम्प्रदायवादी "बना दिया गया तो यह शब्द एक ऐसा अमोघ अस्त्र बन गया कि अक्सर जिसका प्रयोग हिन्दुओं प्रताड़ित उनको अपराधी साबित करने ,उन पर पाबंदियां लगाने के लिए किया जाने लगा .
इसका परिणाम यह हुआ कि खुद को सेकुलर बताने वाला बड़े से बड़ा अपराधी , और भ्रष्टाचारी लोगों की दृष्टि में दूध का धुला बन गया .और मोदी जैसे हजारों देशभक्त अपराधी लगने लगे .बड़े आश्चर्य की बात तो यह है कि इमाम बुखारी जैसे अनेकों कट्टर मुस्लिम नेता भी " सेकुलरिज्म " की वकालत करने लगे .सेकुलरों और मुसलमानों के इस नापाक गठबंधन का रहस्य समझने के लिए कुरान का सहारा लेना जरुरी है ,

1-सेकुलरों के लक्षण 
यद्यपि न तो अरबी में सेकुलर के लिए कोई शब्द है , और न कुरान में सेकुलर लोगों का उल्लेख है , लेकिन कुरान में सेकुलरों के जो लक्षण बताये हैं वह वर्त्तमान सेकुलर नेताओं पर सटीक बैठते है ,
"जब यह लोग मुसलमानों के साथ मिलते हैं , तो उन से कहते है कि हम भी ईमान वाले हैं . और जब एकांत में अपने नेताओं से मिलते हैं ,तो उन से कहते हैं कि हम तो तुम्हारे साथ है .हम तो मुसलमानों से मजाक करते हैं " सूरा -बकरा 2 :14 
"हे नबी यह मुनाफिक ( सेकुलर ) जब तुम्हारे पास आते हैं ,तो कहते हैं कि हम मानते हैं कि आप अल्लह के रसूल हो . लेकिन यह लोग सभी के सभी झूठे हैं "
सूरा -अल मुनाफिकून 63 :1 
" यह लोग कसमें खाते हैं कि हम तो तुम्हीं में से हैं .जबकि वह किसी के साथ नहीं होते हैं " सूरा -तौबा 9 :56 
कुरान में बताये यह सभी लक्षण उन सेकुलरों में मिलते हैं , जिनको कुरान में " मुनाफिक مُنافق" यानि Hypocretes "और हम दोगला कह सकते हैं .ऐसे लोग किसी के मित्र नहीं होते .


2-मुसलमानों की नीति 

मुसलमान अपने स्वार्थ के लिए सेकुलरों का सहयोग करते है ,लेकिन कुरान के इन आदेशों का पालन करते हैं , जैसे ,'
" तुम अपने धर्म के अनुयाइयों के अलावा किसी किसी पर भी विश्वास नहीं करो 
"सूरा - आले इमरान 3 :73 
" तुम अपने लोगों के आलावा किसी को भी अपनी गुप्त योजनाओं के बारे में सच नहीं बताओ " सूरा -आले इमरान 3 : 318 
" समझ लो कि यह सब काफ़िर एक दूसरे के संरक्षक और मित्र हैं "सूरा-अल अनफाल 8 :73 
( अर्थात सभी काफ़िर एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं )
" तुम इन काफिरों और मुनाफिकों का आदेश कभी नहीं मानना " सूरा अल अहजाब 33 :1
"तुम इन दोगली बातें बोलने वालों का कहना नहीं मानना .यह तो चाहते ही कि तुम किसी भी तरह से अपने इरादों में ढीले पड़ जाओ .और उनकी बातों में फंस जाओ " सूरा -अल कलम 68 : 8 -9 
" तुम कभी दोगले लोगों के बहकावे में नहीं आना " सूरा -अद दहर 76 :24 

3-मुसलमानों का ढोंग 
जो मुस्लिम नेता सेकुलर होने का पाखंड करते हैं ,और यह कहते हैं कि हम तो सभी लोगों को समान मानते हैं . और सबकी भलाई चाहते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि मस्जिदों में नमाज के बाद ऐसी दुआएं मांगी जाती है , जैसे ,
"ईमान वालों के लिए उचित नहीं है कि वे मुशरिकों ( मूर्ति पूजकों ) की भलाई के लिए क्षमा ,प्रार्थना करें , चाहे वह उनके मित्र या रिश्तेदार ही क्यों नहीं हों .क्योंकि यह भड़कती हुई आग वाली जहन्नम में जाने वाले हैं " सूरा -तौबा 9 :113 

"
مَا كَانَ لِلنَّبِيِّ وَالَّذِينَ آمَنُوا أَنْ يَسْتَغْفِرُوا لِلْمُشْرِكِينَ وَلَوْ كَانُوا أُوْلِي قُرْبَى مِنْ بَعْدِ مَا تَبَيَّنَ لَهُمْ أَنَّهُمْ أَصْحَابُ الْجَحِيمِ " Sura Taubah -. (9:113)

"हमें काफ़िरों के मुक़ाबिले में नुसरत अता फ़रमा।"सूरा - बकरा 2 :250 

" وَانصُرْنَا عَلَى الْقَوْمِ الْكَافِرِينَ
अब काफ़िरों के मुक़ाबिले में हमारी मदद फ़रमा।"सूरा - बकरा 2 :286 

"فَانصُرْنَا عَلَى الْقَوْمِ الْكَافِرِينَ"

"काफ़िरों के मुक़ाबिले में हमारी मदद फ़रमा। "आलि इमरान 3: 147

" وانصُرْنَا عَلَى الْقَوْمِ الْكَافِرِينَ "

यह और ऐसी कुरानी दुआएं नमाज के साथ और बाद में की जाती हैं ,इन से मुसलमानों के इरादों का पता चलता है .

4-मुसलमानों का लक्ष्य 

आज सेकुलर और मुसलमान इसलिए साथ है ,क्योंकि सेकुलर मुसलमानों के वोटों से अपनी सत्ता बचाए रखना चाहते हैं . और मुसलमान सेकुलरों के सहारे इस देश में इस्लामी राज्य की स्थापना करना चाहते है .जैसा कि कुरान में कहा है .
" तुम गैर मुस्लिमों से तब तक युद्ध करते रहो , जब तक उनका सफाया न हो जाये , और अल्लाह का धर्म ही बाकी रह जाये "
सूरा -बकरा 2 :193 

इन तथ्यों से सिद्ध होता है कि मुसलमान सेकुलरों का साथ तबतक देते रहेंगे जब तक उनकी संख्या इतनी कि अधिकांश प्रान्तों में उनकी सरकारें बन जाएँ .और यदि ऐसा हो गया तो मुसलमान इन सेकुलरों को भी नहीं छोड़ेंगे .
याद रखिये जिन मुसलमान बादशाहों ने हुमूकत के लिए अपने बाप , और मुहम्मद के परिवार के लोगों जिन्दा नहीं छोड़ा वह मुनाफिक सेकुलर लोगों को कैसे जिन्दा रहने देंगे ?